नाट्य समारोह

अपने नियमित कार्यक्रमों के अन्र्तगत अकादमी द्वारा प्रत्येक वर्ष कला एवं संस्कृति के उन्नयन एवं रंग संस्थाओं तथा नाट्य कलाकारों के उत्थान के लिए अपने सीमित संसाधनों से तीन से चार दिवसीय तीन सम्भागीय नाट्य समारोहों का आयोजन प्रदेश के विभिन्न जनपदों में किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में अकादमी द्वारा शाहजहाँपुर, धामपुर, तथा बदायूँ में चार-चार दिवसीय नाट्य समारोह का आयोजन किया गया।

सम्भागीय नाट्य समारोह - गांधी भवन प्रेक्षागृह, शाहजहाँपुर

(जिला प्रशासन शाहजहाँपुर के सहयोग से।)

दिनांक

कार्यक्रम/समारोह

कलाकार/संस्था

11.12.2019

गज फुट इंच

कामायनी, लखनऊ

12.12.2019

मेरी बीवी की शादी

संस्कार भारती, आगरा

13.12.2019

वाजश्रवा के बहाने

अभिनय ज्योति, वाराणसी

14.12.2019

द ग्रेट राजा मास्टर ड्रामा कम्पनी

मदद एजुकेशनल एण्ड वेलफेयर सोसाइटी, लखनऊ

सम्भागीय नाट्य समारोह - शुभम मण्डप, धामपुर (बिजनौर)

(जिला प्रशासन बिजनौर के सहयोग से।)

दिनांक

कार्यक्रम/समारोह

कलाकार/संस्था

06.01.2020

कर्ण

भरतनाट्यम संस्थान, फैज़ाबाद

07.01.2020

अ मैरिज प्रपोज़ल

हौसला फाउण्डेशन, लखनऊ

08.01.2020

जी जैसी आपकी मर्जी

रंग प्रवाह सांस्कृतिक समिति, बरेली

09.01.2020

कथा नन्दन की

नाट्यांगन, कानपुर

सम्भागीय नाट्य समारोह - बदायूँ क्लब, बदायूँ

(जिला प्रशासन बदायूँ के सहयोग से।)

दिनांक

कार्यक्रम/समारोह

कलाकार/संस्था

30.01.2020

अफीम के फूल़

माध्यम साहित्यिक सामाजिक सांस्कृति संस्था, प्रयागराज

31.01.2020

बात का बतंगड़

थिएटर एण्ड फिल्म वेलफेयर एसोशिएशन,उ.प्र., लखनऊ

01.02.2020

अंधा युग

मानसी अभिनय गुरुकुल, सहारनपुर

02.02.2020

प्रायश्चित

समर्पण,शैक्षिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था, लखनऊ

राज्य नाट्य समारोह

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी द्वारा समय-समय पर प्रदेश के विभिन्न जिलो में एक वित्तीय-वर्ष में एक राज्य नाट्य समारोह का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष राज्य नाट्य समारोह दया दृष्टि चैरिटेबल ट्रस्ट, बरेली के सहयोग से पाँच दिवसीय, (दिनांक- 15 नवम्बर, 2021 से 19 नवम्बर, 2021) मे पाँच दिवसीय बरेली मे आयोजित किया गया। इसमें प्रथम संध्या को- दया दृष्टि चैरिटेबल ट्रस्ट, की रंगमण्डली, रंग विनायक के नाटक ‘पैलेडिन’ का मंचन किया गया। समारोह की दूसरी संध्या में द्रौपदी एक आवाज़ कला संस्था, गाज़ियाबाद, के नाटक ‘नागमण्डल’ का प्रदर्शन किया गया। वाराणसी की नाट्य संस्था मंथन द्वारा नाट्य प्रस्तुति ‘अपराजिता’ का मंचन तीसरी संध्या को किया गया। चौथा नाटक ‘कोलाज कल्चरल सोसाइटी, प्रयागराज की नाट्य प्रस्तुति ‘मृच्छकटिकम्’ का मंचन किया गया। राज्य नाट्य समारोह की पांचवी एवं आखिरी संध्या आजमगढ़ से आई संस्था सूत्रधार संस्थान के नाटक बोंधू-अहीर के नाम रही।