अन्य कार्यक्रम 2020-21

घट-घट में राम
07 अगस्त, 2020 को अकादमी द्वारा ऑनलाइन भजन संध्या का आयोजन अपराह्न 3ः00 बजे से किया गया। श्री कमला कांत और उनके साथियों द्वारा प्रस्तुत इस कार्यक्रम को अकादमी फेसबुक पेज पर लाइव भी प्रसारित किया गया।

प्रेम न हाट बिकाय:
21 सितम्बर 2020 को अकादमी द्वारा अनलाॅक- 04 में जारी गाइडलाइन्स के अनुसार, छः महीने बाद अनलाॅक-4 के प्रथम दिन ही मुक्ताकाशी मंच पर यायावर रंगमण्डल द्वारा श्री पुनीत मित्तल के निर्देशन में प्रेम न हाट बिकाय नृत्य नाटिका का मंचन किया गया।

पंचलाइट
उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा ऑनलाइन कार्यक्रम श्रृंखला के अन्तर्गत "अनादि" संस्था की श्री फणीश्वर नाथ रेणु की कहानी "पंचलाइट" की नाट्य प्रस्तुति दिनांक 15 अक्टूबर, 2020 को सायं 6:30 बजे अकादमी परिसर वाल्मीकि रंगशाला में की गई साथ ही इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण एवं रिकार्डिंग भी किया गया।

चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव
संस्कृति विभाग, उ0प्र0 द्वारा आयोजित चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव का आयोजन दिनांक 04 फरवरी, 2021 से 04 फरवरी, 2022 तक किया जा रहा है, एक वर्ष तक चलने वाले इस आयोजन में व्यापक जन सहभागिता तथा प्रभावी रूप से प्रस्तुत करने के लिये जनपद स्तर पर चौरी-चौरा गीत (Theme song) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे गीतों के माध्यम से चौरी-चौरा में शहीदों के बलिदान की गौरवगाथा को प्रस्तुत करने के साथ.साथ देश सेवा एवं रक्षा का संकल्प भी सभी देशवासियों तक पहुँचाना है।

इसी क्रम में उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया गयाए जिनके द्वारा दिनांक 28 जनवरी, 2021 को ऑनलाइन प्राप्त गीतों को प्रथमए द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार हेतु चयन किया गया।

अटल काव्य कला नर्तन
इण्टरनेशनल आर्टस एण्ड कल्चरल फाउण्डेशन, बैंगलोर एवं उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 14 मार्च, 2021 को भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी द्वारा लिखी गयी कविताओं को भारतीय शास्त्रीय नृत्यों यथा . कथक नृत्य, भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी, ओडिसी, मोहिनीअट्टम के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।

अवध महोत्सव - 2021
दिनांक 19 मार्च से 21 मार्चए 2021 तक आयोजित किये गए अवध महोत्सव के त्रिदिवसीय समारोह में कला, संस्कृति और विरासत का बेजोड़ संगम उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी, परिसर में देखने को मिला। कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), संस्कृति, पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य विभाग उ0प्र0 के करकमलों द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। इस अवसर पर संस्कृति एवं पयर्टन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मुकेश मेश्राम, पद्मश्री मालिनी अवस्थी, आदि उपस्थित रहे।

अवध महोत्सव की प्रथम संध्या का आग़ाज पद्मश्री अनूप जलोटा के भजन गायन से हुआ और संध्या परवान चढ़ी पद्मविभूषण पं0 बिरजू महाराज द्वारा रचित एवं निर्देशित नृत्य नाटिका से जिसकी प्रस्तुति सुश्री शाश्वती सेन ने अपने नृत्य से की। इसी शाम को श्री साहबे आलम एवं साथियों ने शहनाई के सुर भी बिखेरे।

इसी तरह अवध महोत्सव की द्वितीय संध्या का उद्घाटन श्री देवेन्द्र चैधरी, पूर्व मुख्य सचिव द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत भातखण्डे संगीत संस्थान के वाद्य-वृन्द से की गई तथा संध्या परवान चढ़ी डाॅ0 शिवानी शुक्ला आचार्या के भजन गायन, श्री केवल कुमार एवं साथियों के संस्कार गीत प्रस्तुति, श्री अग्निहोत्री बंधु के भजन गायन, तथा अनुज मिश्रा के कथक नृत्य से। कार्यक्रम का अन्त सुश्री टीना परवीन एवं साथियों के जवाबी कव्वाली से हुआ।

अवध महोत्सव की आखिरी शाम का उद्घाटन श्री बृजेश पाठकए मा0 मंत्री, न्याय, विधायी तथा ग्रामीण अभियंत्रण सेवा द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत कथक केन्द्र, लखनऊ के बसंत बहार कथक नृत्य प्रस्तुति से किया गया। शाम परवान चढी पद्मश्री मालिनी अवस्थी, यतीन्द्र मिश्र एवं दल की संगीतमय प्रस्तुति रौशन चैकी, सुश्री स्वाति रिज़वी एवं साथियों के गज़ल गायन, देवेश चतुर्वेदी और उनके साथियो के गीत गायन से हुई कार्यक्रम के अन्तिम चरण में सुश्री मधु अग्रवाल एवं दल द्वारा सुल्ताना डाकू की नाट्य प्रस्तुति की गई।