अकादमी सम्मान 2020
दिनांक 13 जून, 2023 को राजभवन के गांधी सभागार में आयोजित किया गया, जिसके अन्तर्गत अकादमी द्वारा वर्ष-2020 के सम्मान वितरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल के करकमलों से 18 विद्वानों को ताम्रपत्र एवं अंगवस्त्र देकर अलंकृत किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह, प्रमुख सचिव संस्कृति व पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम विशेष सचिव संस्कृति अमरनाथ उपाध्याय, और मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ल, मध्य प्रदेश की संस्कृति और पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर पद्मश्री विद्याविंदु सिंह, पद्मश्री मालिनी अवस्थी एवं अनेक पूर्व अकादमी पुरस्कार विजेता, गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर देश-प्रदेश की समृद्ध संस्कृति का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने अकादमी के कार्यों की प्रशंसा की और सम्मानित विभूतियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान इन कलाकारों ने अपनी योग्यता के बल पर प्राप्त किया है। मुझे विश्वास है कि इन कलाकारों की योग्यताएं युवा कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी। उन्होंने कहा कि संस्कृति बोध से मैं यह महसूस करती हूं कि संगीत और कला एक साधना भी है और भावना भी। जो अव्यक्त को व्यक्त कर दे वह शब्द है। जो व्यक्त में ऊर्जा और चेतना का संचार कर दे, वह नाट्य है जो चेतन में भाव और भावना भर दे और उसे संवेदना की पराकाष्ठा तक पहुंचा दे तो वह संगीत है। राज्यपाल ने अनेक राज्यों की लोक संस्कृति के प्रदेश में हुए आयोजनों का जिक्र करते हुए उम्मीद जाहिर की कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत आज उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच एक दूसरे राज्य की अमूल्य सांस्कृतिक विरासत को जन-जन तक पहुंचाने के लिए किया गया यह समझौता सांस्कृतिक सम्बंधों को प्रगाढ़ बनाएगा।
अकादमी रत्न सदस्यता- समारोह में वर्ष 2020 का अकादमी रत्न सदस्य सम्मान डॉ0 पूर्णिमा पाण्डेय, लखनऊ उस्ताद युगान्तर सिन्दूर, लखनऊ श्री कुंवर जी अग्रवाल, वाराणसी एवं श्रीमती उर्मिला श्रीवास्तव, मीरजापुर को प्रदान किया गया।
बी.एम.शाह पुरस्कार- वर्ष 2020 का बी.एम.शाह पुरस्कार श्री चन्द्र प्रकाश द्विवेदी, मुम्बई को नाट्य निर्देशन के लिए प्रदान किया गया।
सफदर हाशमी पुरस्कार - वर्ष- 2020 का सफदर हाशमी पुरस्कार श्री विपुल कृष्ण नागर, मुम्बई को नाट्य निर्देशन के लिए प्रदान किया गया।
अकादमी सम्मान- नाट्य कला उन्नयन के लिए डॉ0 बृजेश्वर सिंह, बरेली महन्त प्रो. विशम्भर नाथ मिश्र एवं महाराज कुमार अनन्त नारायण सिंह, वाराणसी को संयुक्त रूप से संगीत कला उन्नयन के लिए डॉ0 शरदमणि त्रिपाठी, गोरखपुर एवं पं0 रामेश्वर प्रसाद मिश्र, लखनऊ को शास्त्रीय गायन, पं0 विनोद लेले, दिल्ली को तबला वादन, श्री ब्रह्मपाल नागर, नोएडा को रागिनी (लोकगायन) हेतु श्री विशाल कृष्णा, वाराणसी को कथक नृत्य, श्री भूरा यादव, महोबा को राई लोकनृत्य, श्री अनिल मिश्रा ‘गुरूजी’, लखनऊ को रंगमंच निर्देशन हेतु श्री अष्टभुजा मिश्रा, वाराणसी को लोक नाट्य नौटंकी में अभिनय एवं निर्देशन के लिए तथा श्री फतेह अली खान, वाराणसी को शहनाई वादन के लिए अकादमी सम्मान से सम्मानित किया गया।