स्टूडियों रिकार्डिग एवं फेसबुक लाइव 2021-22

तबला वादन में घरानों का प्रयोगात्मक सौन्दर्य

उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा दिनांक 20 मई, 2021 को ‘तबला वादन में घरानों का प्रयोगात्मक सौन्दर्य’ विषय पर वेबिनार का आयोजन किया किया गया, इस वेबिनार का शुभारम्भ अकादमी सचिव, डाॅ0 दिनेश चन्द्र द्वारा एवं कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रेनू श्रीवास्तव द्वारा किया गया। अकादमी द्वारा आयोजित इस वेबिनार के माध्यम से तबला विशेषज्ञों के रूप में वाराणसी से प्रो0 प्रवीण उद्धव, एवं पंडित रविनाथ मिश्रा ने फर्रूखाबाद एवं वाराणसी घराने के सौन्दर्य बारे में कायदा, रेला, उठान एवं फर्दी गतों के वादन शैली के बारे में प्रकाश डाला। लखनऊ घराने एवं कायदों की जानकारी दी, इसी के साथ चित्रकूट से डाॅ0 विवेक फड्नीस ने अज़राड़ा घराने के आड़ लय तथा रेलों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

काकभुशुण्डि संवाद
वर्तमान कोविड-19 की महामारी को दृष्टिगत रखते हुए 25 मई, 2021 को काकभुशुण्डि संवाद वेबिनार का शुभारम्भ अकादमी सचिव डाॅ0 दिनेश चन्द्र एवं संचालन श्रीमती रेनू श्रीवास्तव द्वारा किया गया। अकादमी द्वारा आयोजित इस वेबिनार के माध्यम से पं0 प्रेम प्रकाश दुबे, प्रयागराज, द्वारा काकभुशुण्डि संवाद को कोरोना महामारी से जोड़ते हुए उसका आध्यात्मिक उपाय तथा हनुमान चालीसा की भावपूर्ण प्रस्तुति की गयी।

बाल रंगमंच-व्यक्तित्व विकास
उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए दिनांक 02 जून, 2021 को ‘‘बाल रंगमंच-व्यक्तित्व विकास’’ विषय पर एक वेबिनार आयोजित किया गया। इस वेबिनार में प्रयागराज से श्री सतीश चित्रवंशी, मुम्बई से श्री विभांशु वैभव, लखनऊ से श्री राजवीर रतन और श्री महेश चन्द्र देवा ने शिरकत की। वेबिनार का औपचारिक उद्घाटन अकादमी के सचिव श्री दिनेश चन्द्र द्वारा किया गया और संचालन श्रीमती शैलजाकांत द्वारा किया गया। इस वेबिनार को 329 लोगो ने ऑनलाइन देखा। अकादमी सचिव श्री दिनेश चन्द्र ने अपने वक्तव्य में रंगकर्म को एक सशक्त माध्यम बताते हुए बाल रंगकर्म की दिशा में प्रयास किए जाने पर जोर दिया।

कथक के आयाम
उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा कथक के आयाम विषय पर लखनऊ, बनारस, जयपुर के घरानों के संदर्भ के वेबिनार का शुभारम्भ अकादमी के सचिव डाॅ दिनेश चन्द्र द्वारा दिनांक 04 जून, 2021 को किया गया। इस वेबिनार में प्रयागराज से उर्मिला शुक्ला, वाराणसी से पं0 रविशंकर एवं माता प्रसाद, गाज़ियाबाद से डाॅ0 समीक्षा शर्मा नें कथक के आयाम एवं घरानो के संदर्भ में तेजी, बंदिश, बारीकियां, सुन्दरता एवं भाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए विस्तृत चर्चा की।

पर्यावरण दिवस के अवसर पर कलाकारों द्वारा प्रचार-प्रसार के माध्यम से योगदान
दिनांक 05 जून, 2021 को उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा पर्यावरण दिवस के अवसर पर संगीतज्ञ कलाकारों द्वारा जिसमे सुश्री रंजना नैव, सहारनपुर, के नृत्य, सुश्री नीता गुप्ता मेरठ, ने खड़ी बोली गायन के द्वारा पं0 प्रेम प्रकाश दुबे प्रयागराज, द्वारा भक्ति के माध्यम से तथा सुश्री मंगला विश्वकर्मा, वाराणसी, द्वारा भोजपुरी गीतों के माध्यम से प्रकृति में योगदान के बारे में बताया।

भक्ति में शक्ति
दिनांक 08 जून, 2021 को अकादमी द्वारा अकादमी के प्रोड्यूसर श्री तरूण राज के निर्देशन एवं सुश्री रेनू श्रीवास्तव के संचालन में भक्ति में शक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मथुरा के श्री सर्वेश्वर शरण द्वारा ज्येष्ठ माह में बड़े मंगल के अवसर भजन श्रंखला के अंतर्गत भक्ति में शक्ति के अंतर्गत श्री रामचंद्र जी पर आधारित गीतों के माध्यम से अपनी भावपूर्ण प्रस्तुति दी।

'आजादी का अमृत महोत्सव' दिनांक 15 जून, 2021 को उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाठ के अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ अकादमी के प्रोड्यूसर श्री तरूण राज एवं संचालन श्रीमती रेनू श्रीवास्तव द्वारा किया गया,इस कार्यक्रम में सुश्री अलका ठाकुर, लखनऊ ने बांसुरी व श्री दुर्गेश यादव, मऊ ने भक्तिपूर्ण गायन के माध्यम से कार्यक्रम की शुरूआत की तथा कार्यक्रम के अंत में दोनो कलाकारों ने देशभक्ति पूर्ण गीतों से कार्यक्रम का समापन किया।

'आजादी का अमृत महोत्सव' दिनांक 18 जून,2021 को रानी लक्ष्मी बाई के बलिदान दिवस के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम का शुभारम्भ अकादमी के प्रोड्यूसर श्री तरूण राज एवं संचालन श्रीमती रेनू श्रीवास्तव द्वारा किया गया, इस कार्यक्रम के अंतर्गत बाराबंकी जिले के श्री राम किशोर तिवारी द्वारा वीर रस कविता का पाठ तथा श्री नरेन्द्र वर्मा ‘मृदुल’ सीतापुर द्वारा गायन के माध्यम से रानी लक्ष्मीबाई पर आधारित गीतों की प्रस्तुति दी।

रंगमंच में योग की भूमिका
उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा दिनांक 21 जून, 2021 को ‘रंगमंच में योग की भूमिका’ विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया, इस वेबिनार का शुभारम्भ अकादमी के प्रोड्यूसर श्री तरुण राज एवं कार्यक्रम का संचालन श्रीमती शैलजाकांत द्वारा किया गया। अकादमी द्वारा आयोजित इस वेबिनार के माध्यम से श्री कृष्ण गोपाल, मुम्बई, मोहम्मद राशिद, लखनऊ, श्री मनोज कुमार मिश्रा, फरीदाबाद, श्री प्रभात कुमार, मुम्बई, श्री रामचंद्र, भोपाल एवं सुश्री सुप्रिया गुप्ता ने शामिल होकर योग विषय पर अपने विचार व्यक्त किये और साथ ही योग विषय को पाठ्यक्रम में शामिल होने की बात की।

नाट्य निर्देशन-चुनौतियां एवं संभावनाएं

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के तहत 'नाट्य निर्देशन-चुनौतियां एवं संभावनाएं' विषयक वेबिनार एवं अभिलेखागार रिकॉर्डिंग का आयोजन हुआ। जिसमें लखनऊ से भारतेंदु नाट्य अकादमी की पूर्व प्रवक्ता चित्रा मोहनए प्रयागराज के नाट्य निर्देशक अनिल रंजन भैमिक वर्धा से व डॉ. विधु खरे दास, मुंबई के प्रदीप गुप्ता, लखनऊ के शैलेश श्रीवास्तव ने अपने-अपने विचार रखे। अतिथियों व रंगप्रेमियों का स्वागत करते हुए अकादमी की नाट्य सर्वेक्षक शैलजाकांत ने वर्तमान समय कोविड-19 को देखते हुए वेबिनार के जरुरत बताई। उन्होंने कहा कि नाटक के क्षेत्र में निर्देशक समाज तक विचारों को पंहुचाने का कार्य करता है।

'हिन्दुस्तानी संगीत में अहम है कंठ साधना संस्कार', चौरी-चौरा शताब्दी समारोह और आजादी का अमृत महोत्सव के तहत उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की ओर से हिन्दुस्तानी संगीत में कंठ संस्कार विषयक वेबिनार का आयोजन हुआ। अकादमी द्वारा आयोजित इस वेबिनार में लखनऊ की सीमा भारद्वाजए दिल्ली के पं देवेंद्र शर्मा 'बृजरंग' वाराणसी के डॉ राम शंकर और झांसी के समीर भालेराव ने अपने विचार रखे। संगीतज्ञों ने शास्त्रीय गायकी में ढली बंदिशे सुनाकर कंठ संस्कार के कई उदाहरण दिये।

अकादमी सचिव तरुण राज ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हिन्दुस्तानी संगीत में कंठ संस्कार विषय काफी विस्तारित है। शब्द और अक्षरों की साधना करना उन्हें सुरों के जरिये लोगों तक पहुंचना कठिन कार्य है।

स्वतंत्रता आंदोलन-नाट्य लेखन

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के द्वारा दिनांक 16 जुलाई, 2021 को आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत "स्वतंत्रता आंदोलन-नाट्य लेखन" विषयक वेबिनार एवं अभिलेखागार रिकॉर्डिंग का आयोजन किया गया जिसमें लखनऊ से श्री सुशील कुमार सिंह, गाज़ियाबाद से श्री राजेश कुमार, मंबई से श्री विजय पण्डित, एवं दिल्ली से श्री संगम पाण्डे, ने अपने-अपने विचार रखे। वेबिनार में विद्वान लेखकों का स्वागत करते हुए अकादमी के सचिव श्री तरुण राज ने कहा कि आज का विषय कई दृष्टियों से अहम है। आजादी के लिए किसानए नेताए मजदूर, कलाकार, साहित्यकार सब अपने-अपने तरह से संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नाटक के क्षेत्र में निर्देशक समाज तक विचारों को पंहुचाने का कार्य करता है। अंत में वेबिनार को संचालन कर रही अकादमी की नाट्य सर्वेक्षक श्रीमती शैलजा कांत ने सभी वक्ताओं और वेबिनार में शामिल दर्शकों-श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।

आज़ादी का अमृत महोत्सव
उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा ‘‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’’ शताब्दी महोत्सव आयोजन की श्रृंखला के अन्तर्गत आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में दिनांक 20 जुलाई, 2021 को किया गया। देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कलाकारों का स्वागत करते हुए अकादमी सचिव श्री तरूण राज ने कहा हम उन सभी क्रांतिकारियों, किसान, मजदूर, साहित्यकारों, कलाकारों का पुण्य स्मरण करें जिन्होंने आज़ादी के लिए अपना सर्वस्व कुर्बान कर दिया। अयोध्या के युवा ताल वादकों कौशिकी झा व वैभव रामदास के युगल पखावज वादन में उत्साह भरे शास्त्रीय स्वर सुनने को मिले, पखावज वादन के उपरान्त मऊ के सुगम संगीत गायक बृजेन्द्र त्रिपाठी ने भजन, गज़ल व गीत के जरिए भक्ति और देश भक्ति की अलख जगायी। कार्यक्रम का आरम्भ सुप्रसिद्ध पखावजी डॉ. राम शंकरदास उर्फ स्वामी पागलदास की परम्परा को आगे बढ़ाने वाले विजय रामदास के शिष्य द्वारा कुमारी कौशिकी झा और वैभव रामदास ने गणेश परन-गणपति एकदन्त लम्बोदर कल त्रिशूल वैपुण्ड भाल लोचन विशाल... के पखावज वादन से किया। क्रांतिकारियों को नमन करने के साथ चौरी-चौरा घटना का उल्लेख करते हुए दोनों प्रतिभावान कलाकारों ने पारम्परिक परनों, फरमाइशी, ताल परन, सुंदर श्रृंगार परन, रेला, हर-हर महादेव परन व हनुमत बीज कवच परन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अन्त गुरुवन्दना से किया।

उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ के अंतर्गत दिनांक 20 जुलाई 2021 को स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ उत्सव के अन्तर्गत ऑनलाइन कार्यक्रम ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव" के तहत स्वाधीनता का जयघोष पखावज का नाद बनकर उभरा। अकादमी द्वारा आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में कौशिकी झा एवं वैभव रामदास के युगल पखावज वादन में उत्साह भरे शास्त्रीय गायन से लोगो को मोह लिया।

आजादी का अमृत महोत्सव

दिनांक 26 जुलाई, 2021 को उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ द्वारा कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करते हुए स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ उत्सव के अंतर्गत एवं कारगिल विजय दिवस के अवसर पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव' ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरम्भ करते हुए अकादमी सचिव श्री तरूण राज ने दर्शकों और श्रोताओं का स्वागत करते हुए कारगिल शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये और कहा कि इस श्रृंखला के कार्यक्रमों की भावना यह है कि देश पर न्योछावर होने वाले ऐसे जवानों की बदौलत हम सुरक्षित रह पा रहे हैं, हम आजादी को अक्षुण्ण रखने वाले सेनानियों, क्रान्तिकारियों और कला के जरिये देश सेवा करने वाले व्यक्तित्वों का स्मरण ऐसे कार्यक्रमों के जरिए करते रहना चाहिए। इस कार्यक्रम में शास्त्रीय-उपशास्त्रीय गायक प्रवीण कुमार; लखनऊ सारंगी वादक जीशान अब्बास; लखनऊ एवं कवयित्री ज्योति किरन सिन्हा; लखनऊ ने अपने गायन, वादन और काव्यमय रचनाओं से देशभक्ति की भावना को जाग्रत करते हुए शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किये।

साक्षात्कार

उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा दिनांक 30 जुलाई, 2021 को रंगकर्मी राजा अवस्थी की अभिलेखागार रिकार्डिंग का आयोजन किया गया, अकादमी अवार्ड से नवाजे जा चुके हरिशकर अवस्थी उर्फ राजा अवस्थी का स्वागत करते हुए अकादमी सचिव तरुण राज ने कहा कि मंचीय अनुभव ही रंगकर्मियों की धरोहर होते हैं, जिनसे आगे की पीढ़ी बहुत कुछ सीख सकती है। उम्मीद है यह रिकार्डिंग भी उसी श्रंखला में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी।