नाट्य समारोह 2024-25

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) द्वारा ज़िला प्रशासन व मन्थन आर्ट सोसायटी के सहयोग से सम्भागीय नाट्य समारोह 2024-2025 की शुरुआत दिनांक 21 जनवरी, 2025 से गांधी प्रेक्षागृह, शाहजहाँपुर में की गई। समारोह के प्रथम दिवस नाटक ‘गिरमिट सैयाही’ की शानदार प्रस्तुति हुई।

समारोह का शुभारम्भ पूर्व केन्द्रीय राज्यमन्त्री कृष्णाराज व नगर आयुक्त डॉ बिपिन कुमार मिश्र ने दीप प्रज्वलन कर किया।

रूपान्तर नाट्य मंच गोरखपुर द्वारा मंचित, डॉ आनन्द पांडेय द्वारा लिखित व अपर्णेश मिश्र व सुनील जायसवाल द्वारा निर्देशित नाटक ‘गिरमिट सैयाही’ की कथा वस्तु भारतीय प्रवासी मज़दूरों की त्रासदी और उनके संघर्षों परआधारित है। गिरमिटिया प्रथा विश्व व्यवस्था के एक ख़ास कालखण्ड में अस्तित्व में आई। इसका निशाना भारत के सबसे गरीब, मजबूर और निरक्षर लोग बने। ग़रीबी और धोखे ने उन्हें अपनी मातृभूमि से दूर उन अनजान द्वीपों पर जाने के लिए विवश कर दिया जहां से बहुतों की रूहें तक वापस नहीं लौट पाईं। उन द्वीपों पर कम्पनी के छोटे बड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनका शोषण किया। महिलाएँ तो दोहरे शोषण का शिकार हुईं। देश छोड़कर कुछ सिक्कों की मज़दूरी करने के लिए गए इन श्रमिकों में कुछ हज़ार ही देश लौट पाए। भाषा, संस्कृति, परम्परा और परिवार छोड़ देने के बाद भी इन लोगों ने बड़े जतन से मातृभूमि का प्यार अपने भीतर बचा कर रखा।

कलाकारों में आलोक सिंह राजपूत, हरिकेश पांडेय, सोमनाथ शर्मा, चन्दन यादव, पवन कुमार, विक्की राजपूत, रितिका सिंह, निकिता श्रीवास्तव, अदिति राव व सृष्टि गौड़ ने अपने शानदार अभिनय से दर्शकों पर अमिट छाप छोड़ी और खूब तालियाँ बटोरीं।

टीम को मुख्य अतिथि कृष्णा राज, नगर आयुक्त डॉ बिपिन कुमार मिश्र, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की नाट्य अधिकारी शैलजा कान्त, प्रशान्त कुमार यादव ने रूपान्तर नाट्य मंच के सचिव निशिकान्त पांडेय को स्मृति चिन्ह भेंट कर किया।

इस अवसर पर कवि डॉ इन्दु अजनबी के संचालन में सम्पन्न हुई प्रस्तुति में प्रमुख रूप से डॉ. आनन्द प्रकाश मिश्र, ज्ञानेन्द्र मोहन ज्ञान, नलिनी मिश्रा, ज़रीफ़ मलिक आनन्द, कृष्ण कुमार श्रीवास्तव, मोहित कन्नौजिया, पारस दीक्षित, अभिशान्त पाठक, राजभूषण जौहरी, शमीम आज़ाद, मनोज मंजुल, आलोक सक्सेना, सरिता बाजपेयी, अरविन्द चोला, पंकेश, शिवम् श्रीवास्तव, मनीष मुनि, कप्तान कर्णधार, पवन सिंह, सुहेल संन्यासी, रफ़ी ख़ान, डॉ राजीव सिंह, अतीक़ अहमद, सोनू सक्सेना समेत काफ़ी संख्या में रंगप्रेमी उपस्थित रहे।

अंत में आभार मन्थन आर्ट सोसायटी के अध्यक्ष शिवा सक्सेना द्वारा व्यक्त किया गया।

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) ने ज़िला प्रशासन व मन्थन आर्ट सोसायटी के सहयोग से महानगर में चल रहे सम्भागीय नाट्य समारोह 2024-2025 का द्वितीय दिवस दिनांक 22 जनवरी, 2024 को लखनऊ की नाट्य संस्था दर्पण के शुभदीप राहा द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक ‘आख़िरी बसन्त’ की अविस्मरणीय प्रस्तुति के नाम रहा।

समारोह का शुभारम्भ नगर निगम की महापौर अर्चना वर्मा व नगर आयुक्त डॉ बिपिन कुमार मिश्र ने दीप प्रज्वलन कर किया।

प्रस्तुत नाटक एक बुजुर्ग दम्पति सुधीर और गीता के साथ शुरू होता है जो अपने बेटे रणदीप के साथ अपने झगड़े को निपटाने की कोशिश कर रहे हैं जो कनाडा में बस गया है और वन्दना से शादी की है। पाँच साल पहले बेटे से सम्पत्ति को लेकर झगड़ा हुआ था। सुधीर और गीता किसी तरह रणदीप और वन्दना को वापस भारत में अपने घर ले आने का प्रबंध करते है लेकिन एक जेल से भागे अपराधी राधू ने सब कुछ गड़बड़ कर दिया और अफ़रातफ़री के बीच मूल सच्चाई सामने आती है जो अटूट मानव बन्धन और सम्बन्ध प्राप्ति की ओर जाती है। इसी विषय वस्तु पर आधारित नाटक ने न सिर्फ़ दर्शकों को अंत तक बाँधे रखा वहीं खूब तालियों का उपहार प्राप्त किया। प्रस्तुति देखकर हर दर्शक को यह लगा जैसे दूरदर्शन के स्वर्णिम दौर के किसी अनूठे सीरियल को देख रहे हों। नाटक की सफलता इसी बात से सिद्ध होती है कि नाटक के अन्त में सभी दर्शकों ने खड़े होकर सभी कलाकारों का तालियों से अभिनन्दन किया।

कलाकारों में डॉ अनिल रस्तोगी, चित्रा मोहन, अलका विवेक, विकास श्रीवास्तव, संजय डेगलुकर व वंश श्रीवास्तव ने अपने शानदार अभिनय से दर्शकों पर अमिट छाप छोड़ी और खूब तालियाँ बटोरीं।

मुख्य अतिथि महापौर अर्चना वर्मा, नगर आयुक्त डॉ बिपिन कुमार मिश्र, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की नाट्य अधिकारी शैलजा कान्त ने दर्पण संस्था के सचिव डॉ अनिल रस्तोगी को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

कवि डॉ इन्दु अजनबी के संचालन में सम्पन्न हुई प्रस्तुति में प्रमुख रूप से डॉ आनन्द प्रकाश मिश्र, नलिनी मिश्रा, ज़रीफ़ मलिक आनन्द, कृष्णकुमार श्रीवास्तव, मोहित कन्नौजिया, पारस दीक्षित, अभिशान्त पाठक, राजभूषण जौहरी, शमीम आज़ाद, मनोज मंजुल, शशिभूषण जौहरी, शिमला सक्सेना, आलोक सक्सेना, सरिता बाजपेयी, अरविन्द चोला, शिवम् श्रीवास्तव, मनीष मुनि, डॉ राजीव सिंह, अतीक़ अहमद, शोभित गुप्ता, सोनू सक्सेना समेत काफ़ी संख्या में रंगप्रेमी उपस्थित रहे।

 


सम्भागीय नाट्य समारोह 2024-25 बिजनौरः

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) द्वारा दिनांक 06 से 09 फरवरी, 2025 को ज़िला प्रशासन, बिजनौर के सहयोग से इन्दिरा बाल भवन, बिजनौर में आयोजित संभागीय नाट्य समारोह 2024-25 की प्रथम संध्या दिनांक 06 फरवरी, 2025 को सर्वप्रथम नगर पालिका परिषद, बिजनौर की अध्यक्ष श्रीमती इंद्रा सिंह, संगीत नाटक अकादमी की समिति के सदस्य श्री भारत भूषण शर्मा, नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी श्री विकास द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर अकादमी की नाट्य सर्वेक्षक श्रीमती शैलजा कांत ने नगर पालिका परिषद, बिजनौर की अध्यक्ष श्रीमती इंद्रा सिंह को पुष्प गुच्छ दे कर उनका स्वागत किया। इसके पश्चात नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष द्वारा संस्था के सचिव श्री शुभम पांडेय को अकादमी की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। तदोपरान्त विजय तेंदुलकर द्वारा लिखित तथा शुभम पांडेय द्वारा निर्देशित रंगसंगम, लखनऊ के नाटक ‘‘थीफ पुलिस’’ का मंचन किया गया।

इसी क्रम में संभागीय नाट्य समारोह की दूसरी संध्या दिनांक 07 फरवरी, 2025 को सर्वप्रथम स्थानीय सभासद श्री राजवीर सिंह, एडवोकेट संजय बिश्नोई संगीत नाटक अकादमी समिति के सदस्य श्री भारत भूषण शर्मा तथा नाट्य दीप फाउंडेशन की अध्यक्ष द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई तदोपरान्त सर्वेश्वर दयाल सक्सेना द्वारा लिखित तथा रिभु श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित मयूर, प्रयागराज के नाटक ‘‘हवालात’’ का मंचन किया गया।

अकादमी द्वारा समारोह की तृतीय संध्या दिनांक 08 फरवरी, 2025 को सर्वप्रथम स्थानीय सभासद श्री राजवीर सिंह,संस्कृति विभाग द्वारा नामित स्थानीय सदस्य श्री सुभाष वाल्मीकि, संगीत नाटक अकादमी समिति के सदस्य श्री भारत भूषण शर्मा तथा नाट्यदीप फाउंडेशन की अध्यक्ष द्वारा दीप प्रज्जवलन के उपरान्त रामाधारी सिंह ‘दिनकर’ लिखित कालजयी रचना ‘‘रश्मिरथी’’ जिसका रूपन्तराण अनिल मेहरोत्रा ने किया था और निर्देशन किया था मानवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने, की प्रस्तुति की गई।

इसी कड़ी के अन्तर्गत नाट्य समारोह की चतुर्थ एवं अंतिम संध्या दिनांक 09 फरवरी, 2025 को सर्वप्रथम स्थानीय सभासद श्री राजवीर सिंह, संस्कृति विभाग द्वारा नामित स्थानीय सदस्य श्री सुभाष वाल्मीकि, संगीत नाटक अकादमी समिति के सदस्य श्री भारत भूषण शर्मा, भाषा अकादमी के सदस्य दीप सौरभ सिंह द्वारा दीप प्रज्वलित करने के उपरान्त फणीश्वर नाथ ‘‘रेणु’’ द्वारा लिखित तथा श्रीनारायण पांडेय द्वारा रूपांतरित एवं निर्देशित नाटक ‘‘पंचलाइट’’ का मंचन किया गया।

नाटक की समाप्ति के उपरान्त अकादमी की नाट्य सर्वेक्षक द्वारा सभी संस्थाओं को एवं जिला प्रशासन, बिजनौर का प्रतिनिधित्व कर रहे नगर पालिका परिषद, यशवंत सिंह तथा नाट्यदीप फाउंडेशन की अध्यक्ष को अकादमी की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया तथा सभी को धन्यवाद ज्ञापित कर समारोह का समापन किया गया।


सम्भागीय नाट्य समारोह 2024-25 बरेलीः

उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) द्वारा श्री राम मूर्ति स्मारक रिद्धिमा, बरेली के सहयोग से दिनांक 18 से 21 फरवरी, 2025 तक आयोजित संभागीय नाट्य समारोह 2024-25 की प्रथम संध्या दिनांक 18 फरवरी, 2025 को कंसर्ड थियेटर, लखनऊ की प्रस्तुति ‘‘मसीहा’’ का मंचन किया रिद्धिमा प्रेक्षागृह में किया गया। सागर सरहदी द्वारा लिखे नाटक का निर्देशन किया है अनुपम बिसरिया ने, कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री राम मूर्ति स्मारक ट्रस्ट के चेयरमैन श्री देवमूर्ति तथा अकादमी की नाट्य सर्वेक्षक श्रीमती शैलजा कांत द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया। नाटक की समाप्ति पर अकादमी की नाट्य सर्वेक्षक द्वारा संस्था को अकादमी की तरफ से स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।

इसी कडी के अर्न्तगत नाट्य समारोह की द्वितीय संध्या दिनांक 19 फरवरी, 2025 को इमेन्स आर्ट एंड कल्चरल सोसाइटी, लखनऊ की प्रस्तुति ‘‘एक इंसेक्टर से मुलाक़ात’’ का मंचन किया गया। जे०बी० प्रिस्टले द्वारा लिखे नाटक का हिंदी रूपांतरण किया सुरेंद्र शर्मा एवं प्रतिभा शर्मा ने और निर्देशन था सुदीप चक्रवर्ती का। कार्यक्रम का शुभारम्भ आकाशवाणी तथा दूरदर्शन के कार्यक्रम प्रमुख श्री विनय वर्मा, आचार्य देवेंद्र देव तथा अकादमी की नाट्य सर्वेक्षक श्रीमती शैलजा कांत द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।

अकादमी द्वारा समारोह की तीसरी संध्या दिनांक 20 फरवरी, 2025 को गगनिका सांस्कृतिक समिति, शाहजहाँपुर की प्रस्तुति ‘‘भुवनेश्वर-दर-भुवनेश्वर’’ का मंचन किया गया । मीराकांत द्वारा लिखे नाटक का निर्देशन कप्तान सिंह ‘‘कर्णधार’’ द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ लोक खुशहाली चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष आर्थोपेडिक सर्जन डॉ० विनोद पगरानी, श्रीमती आशा मूर्ति, ऊषा गुप्ता तथा अकादमी की नाट्य सर्वेक्षक श्रीमती शैलजा कांत द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।

इसी क्रम में अकादमी द्वारा नाट्य समारोह की चतुर्थ एवं समापन संध्या दिनांक 21 फरवरी, 2025 को कृति सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था, लखनऊ की प्रस्तुति ‘‘बाप रे बाप’’ का मंचन किया गया। के०पी० सक्सेना द्वारा लिखे नाटक का निर्देशन सुनील सोनू ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ एस०आर०एम०एस०, इंजीनियरिंग कॉलेज के डीन डॉ० शैलेन्द्र सक्सेना, एस०आर०एम०एस०,रिद्धिमा के नाटक एकांश के प्रशिक्षक श्री विनायक श्रीवास्तव तथा अकादमी की नाट्य सर्वेक्षक श्रीमती शैलजा कांत द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया। नाटक की समाप्ति के उपरान्त अकादमी की नाट्य सर्वेक्षक द्वारा सभी संस्थाओं को अकादमी की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया, साथ ही संयोजक संस्था एस०आर०एम०एस०, मानव सेवा योग संस्थान को अकादमी की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। इस नाट्य प्रस्तुति के दौरान डॉ० अनुज, श्री पप्पू वर्मा, आकाशवाणी तथा दूरदर्शन के कार्यक्रम प्रमुख डॉ० विनय वर्मा तथा अन्य गणमान्य दर्शक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन आकाशवाणी, बरेली के उदघोषक श्री संजय ने किया।

समारोह की समाप्ति के उपरान्त अकादमी की नाट्य सर्वेक्षक श्रीमती शैलजा कान्त द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित कर समारोह का समापन किया गया।